लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट की बदहाली को स्वयं इलाज की ज़रूरत है। ‘
सुगम-सेवा’ का ढिंढोरा पीटनेवाली भाजपा अस्पतालों के लिए लिफ़्ट की सुविधा नहीं दे पा रही है तो और क्या बात करनी।
उप्र की भाजपा सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में ये होड़ चल रही है कि कौन सा मंत्रालय ‘सबसे नाकाम’ और ‘बदइंतज़ामी का प्रतीक’ बन गया है।
इसमें ‘स्वास्थ्य मंत्रालय’ की ख़स्ताहाल चिकित्सा सेवाओं और क़ानून-व्यवस्था के चौपटहाल की वजह से पुलिस के सर्वेसर्वा ‘गृह मंत्रालय’ के बीच प्रथम आने की ज़बरदस्त मारामारी है।
पूर्व मुख्यमंत्री समाज वादी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया ट्वीट